लखनऊ: गर्मी की तपिश भी योगी आदित्यनाथ के आगे फेल हो गई। भीषण गर्मी में योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ में 2200 करोड़ व देवरिया में 6215 करोड़ की लागत वाली पांच बड़ी सड़कों का शिलान्यास किया। अयोध्या में उन्होंने लगभग दो हजार करोड़ और सोनभद्र में 414 करोड़ रुपये की 217 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने नर्स और उद्यमी मित्रों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किया।
ईश्वर के दर पहुंचे, अध्यात्म की शक्ति से बढ़ा रहे यूपी का मान
योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर भी हैं। उनका मानना है कि उनकी ऊर्जा ईश्वर के आशीर्वाद का प्रतीक है। वे कहीं भी जाते हैं तो सबसे पहले ईश्वर के दर पहुंचकर आशीर्वाद लेते हैं। योगी आदित्यनाथ बीते पांच दिन में दो बार काशी पहुंचे। दोनों बार उन्होंने काशी विश्वनाथ दरबार और काशी के कोतवाल काल भैरव के दरबार में शीश झुकाया तो वहीं अयोध्या दौरे पर भी उन्होंने रामलला की आरती की और हनुमानगढ़ी के चरणों में शीश झुकाकर सुखी व स्वस्थ प्रदेश की कामना की। अध्यात्म की इस शक्ति से योगी यूपी का मान बढ़ा रहे हैं।
सुबह अयोध्या-शाम काशी, रात में स्थलीय निरीक्षण
सर्वविदित है कि 25 करोड़ प्रदेशवासियों को ही योगी आदित्यनाथ अपना परिवार मानते हैं और इनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे सदा खड़े भी रहते हैं। 14 जून को लखनऊ में दो बड़े कार्यक्रम के बाद योगी आदित्यनाथ शाम को रामनगरी पहुंच गए। यहां उन्होंने विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। यही नहीं, आधी रात में भी सूर्यकुंड, रामपथ आदि जगहों पर जाकर उन्होंने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। गुरुवार को योगी आदित्यनाथ सुबह से दोपहर तक अयोध्या में रहे तो शाम को भोलेनाथ की नगरी काशी पहुंच गए। एक ही दिन अयोध्या और काशी में योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ विकास की चर्चा की, बल्कि रात में भी अपना समय जनहित में देकर कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।
मेधावियों का सम्मान और जनता की समस्याओं का समाधान
युवाओं की असीम ऊर्जा का लाभ यूपी को दिलाने में प्रयत्नशील योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सुबह लोकभवन और शाम को समाचार पत्र में मेधावियों का सम्मान किया। वे देवरिया दौरे के बाद गोरखपुर पहुंचे तो वहां भी अलसुबह से ही जनता की समस्याओं के समाधान पर लग गए। यहां जनता दर्शन कर सैकड़ों फरियादियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय की तो वहां अन्नप्राशन भी कराया।