'अगर इरफ़ान सोलंकी कानपुर से दूर नहीं जाते तो पुलिस उनके साथ बलवंत जैसा बर्ताव करती' (Photo Credit: File)
लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि आगज़नी के आरोप में जेल में बंद उनकी पार्टी के विधायक इरफ़ान सोलंकी निर्दोष हैं और उन्हें फर्ज़ी आरोपों में फंसाया गया है। अखिलेश ने पुलिस पर सोलंकी को सलाखों के पीछे धकेलने के लिए उनके ख़िलाफ़ फर्ज़ी मामलों में मुक़दमे दर्ज करने और उन्हें एक अन्य मामले में फंसाने के लिए फर्ज़ी आधार कार्ड बनवाने का इल्ज़ाम लगाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने विधायक सोलंकी के फरार होने का भी बचाव करते हुए दावा किया, "अगर वह कानपुर से दूर नहीं जाते तो पुलिस उनके साथ वैसा ही बर्ताव करती जैसा कारोबारी बलवंत सिंह के साथ किया गया, जिन्हें पुलिस हिरासत में मार डाला गया या उनका हाल विकास दुबे जैसा हो सकता था, जिसे मुठभेड़ में मार दिया गया था।"
सोलंकी से जेल में मिलने गए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के विधायकों तथा अन्य नेताओं को आपराधिक मामलों में साज़िशन फंसाना आगामी चुनाव जीतने का भाजपा सरकार का षड्यंत्र है और इस मामले में भाजपा ने अंग्रेज़ों को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा, "अफ़सर यह ना भूलें कि वक़्त हमेशा बदलता है और भविष्य में उनके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई हो सकती है।"
इससे पहले, यादव जेल में सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी से मिले और उनके साथ क]रीब आधा घंटा बिताया। इस दौरान उन्होंने विधायक को यक़ीन दिलाया कि समाजवादी पार्टी उनके साथ है और वह उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। जेल से बाहर निकलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में जल्द एक आंदोलन शुरू करने का ऐलान करते हुए कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो सपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे।
गौरतलब है कि सीसामऊ क्षेत्र से सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी के ख़िलाफ़ पिछली आठ नवंबर को नज़ीर फातिमा नामक एक महिला के घर में आग लगाने के आरोप में मुक़दमा दर्ज किया गया था। क़रीब एक महीने तक फरार रहने के बाद सोलंकी ने इस महीने के शुरू में आत्मसमर्पण कर दिया था।
-PTC NEWS