Bahraich Violence Update: बहराइच हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्रा के आरोपियों सरफराज और तालीम को शुक्रवार सीजेएम के सामने पेश किया गया। सुनवाई लगभग ढाई घंटे तक चली, जिसमें जज ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। इसके बाद आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में जेल भेज दिया गया।
एनकाउंटर के बाद की स्थिति
इससे पहले एनकाउंटर में घायल हुए सरफराज उर्फ रिंकू और तालिब को डॉक्टरों ने अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। पुलिस दोनों को अन्य तीन आरोपियों के साथ लेकर बहराइच सीजेएम के आवास पहुंची। बता दें कि पुलिस ने गुरुवार को मोहम्मद फ़हीन, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफज़ल को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद हथियार बरामदगी के दौरान बदमाशों ने लोडेड असलहे से फायरिंग कर नेपाल भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस की फायरिंग में सरफराज और तालिब के पैर में गोली लगी थी।
पीड़ित परिवार की शिकायतें
राम गोपाल मिश्रा की पत्नी, रोली मिश्रा, ने वीडियो जारी करके पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रोली का कहना है कि वे न्याय मांग रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन उन्हें इंसाफ नहीं दिला रहा है। उनका कहना है कि एनकाउंटर तो किया गया, लेकिन केवल पैर में गोली मारी गई। वहीं, राम गोपाल की मां का कहना है कि उनके बेटे के हत्यारों का एनकाउंटर तो हुआ, लेकिन उन्हें असली न्याय नहीं मिला है।
हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी
13 अक्टूबर को हिंसा के दौरान राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए असलहे को बरामद कर लिया है। आरोपियों ने असलहे को नानपारा क्षेत्र में भेड़िये की मांद में छिपाकर रखा था। हथियार बरामदगी के दौरान ही भागने के प्रयास में पुलिस से मुठभेड़ हुई।