वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय यानी बीएचयू में में इन दिनों अनजान वायरस का प्रकोप है और इसका क़हर लगातार बढ़ता जा रहा है। अनजाने वायरस के क़हर की वजह से यूनिवर्सिटी के राजाराम मोहन राय हॉस्टल के छात्रों की ज़िंदगी में अंधेरा छा रहा है। आलम ये है कि अब क़रीब 80 छात्र इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसा हम नहीं, बल्कि पीड़ित छात्रों का कहना है। दूसरी तरफ़, लगातार बढ़ते संक्रमण के मद्देनज़र अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी हॉस्टल में दवाइयों का छिड़काव शुरू करा दिया है।
पीड़ित छात्र अशोक ढाबी ने बताया कि 14 मार्च से हॉस्टल स्टूडेंट्स में ये समस्या शुरू हुई थी। उसके दो-तीन दिन बाद ये समस्या तेज़ी से बढ़ती गई और अब हालात ये हैं कि हॉस्टल के क़रीब 70 से 80 स्टूडेंट्स इसकी ज़द में आ चुके हैं। छात्रों का कहना है कि इस अनजाने ख़तरे को लेकर डॉक्टर भी अलग-अलग तरह की बात कह रहें हैं। विश्वविद्यालय के स्टूडेंट हेल्थ सेंटर में इसे कंज़क्टिवाइटिस बताया जा रहा है, तो सर सुंदरलाल अस्पताल के डॉक्टर इसे किसी वायरस का क़हर बता रहें हैं।
हॉस्टल में इस बढ़ती समस्या से स्टूडेंट्स में दहशत का माहौल पनप रहा है. ऐसे में छात्रों का कहना है कि कई स्टूडेंट्स 10 दिनों से परेशान हैं, लेकिन फिर भी उनकी आंखों की समस्या ठीक नहीं हो पार रही है। वहीं इस अनजाने वायरस के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी सोशल साइंस फैकल्टी की सेमेस्टर परीक्षा को छात्रों की सेहत के समस्या के मद्देनज़र फिलहाल कैंसिल कर दिया है।
ये भी पढ़ें:-लखनऊ विश्विद्यालय के छात्र ने बनाई विंटेज कार, बनाया कीर्तिमान
वहीं इस मामले में बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर अभिमन्यु सिंह का कहना है कि आंखों की परेशानी को लेकर एक्सपर्ट डॉक्टर्स की सलाह पर स्टूडेंट्स को कुछ एडवाइज़री जारी की गई है। हालांकि पीड़ित छात्रों की सही संख्या क्या है ये भी नहीं बताया जा सकता। बीती रात में ये संख्या 30 से लेकर 40 थी, उसके बाद भी लगातार स्टूडेंट्स समस्या को लेकर वार्डेन तक पहुंच रहें हैं। यानी कहीं ना कहीं छात्रों के मन में कई तरह की आशंकाएं हैं और वो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की गई अब तक कार्रवाइयों से संतुष्ट नहीं हैं।
- PTC NEWS