लखनऊ: यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के पांचवें दिन सोमवार को दोनों सदनों में बिजली, सुरक्षा, कुंभ से जुड़े मुद्दों का जिक्र हुआ। विधानसभा में डिप्टी सीएम के बयान को लेकर सपा सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने जहां जनता से जुड़े कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा तो वहीं, नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी तीखी शैली में जवाब दिया।
महंगी स्वास्थ्य सेवाओं के जिक्र पर स्वास्थ्य मंत्री ने पलटवार किया
विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक आर के वर्मा ने सरकारी अस्पताल मे निजी मेडिकल स्टोर से महंगी दवा और सर्जिकल उपकरण खरीदने को मजबूर करने का प्रश्न उठाया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आयुष्मान योजना मे 5 करोड़ लोगों को यूपी मे मुफ्त इलाज मिल रहा है। 5.21 करोड़ लोगों को आयुष्मान कार्ड मिल गया है। सभी अस्पताल मे दवा और सर्जिकल उपकरण मिल रहे हैं। कोई भी दवा कम्पनी का एमआर सरकारी अस्पताल मे घुस नहीं सकता है। पाठक ने कहा कि सपा विधायक पहले अपने अस्पतालों में मुफ्त इलाज शुरू करें, फिर हम अन्य जगह कराएंगे।
डिप्टी सीएम द्वारा परोक्ष तौर से मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी पर हुआ हंगामा
सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बिना उनके लड़कों से गलती हो जाती है वाले बयान का जिक्र किया। हालांकि इसे लेकर सपा के सदस्य भड़क गए। जोरदार हंगामा शुरू हो गया, सपा सदस्य सदन के वेल में आ गए। इन्हें शांत करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा- हर बात को निगेटिव मत लीजिए। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने एतराज जताया तो संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने मोर्चा संभाला। हालांकि हंगामा जारी रहा तो प्रश्नकाल के बाद सदन की बैठक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नेता प्रतिपक्ष ने कुंभ हादसे का जिक्र किया, कैग की रिपोर्ट को लेकर तल्खी जताई
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई घटना पर दुख प्रकट करते हुए पूछा- ये घटना क्यों हुई? पिछली बार के बजट में राज्यपाल ने कहा था कि। 2022 का संकल्प पत्र है। उसमें कहा गया था कि महाकुंभ का आयोजन विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ करेंगे। रास्ते में एक्सीडेंट हुए-रास्ते में जाम लगे, अधिकारियों से चर्चा कर प्लान बनाया होता तो इससे बचा जा सकता था। पहले भी लोग बैलगाड़ियों से महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। इसे इवेंट बनाया गया। ये ठीक नहीं था। ये कुंभ सबके लिए था। पर एक जाति विशेष के लिए सीएम ने मना कर दिया। कुंभ के गौरव को इस प्रकार की बात बढ़ाती नहीं है। हमारी सरकार में हुए कुंभ पर कैग पर बहुत कुछ हुआ था। आपकी सरकार पर भी कैग की रिपोर्ट आई है। मेला में कहां खर्च किया गया, इसे ऑडिट जनरल को रिपोर्ट नहीं भेजी गई। इसमें भरा पड़ा है। 2019 के कुंभ में बहुत गड़बड़ी हुई है।
कानून व्यवस्था को लेकर सपा ने सरकार पर तीखे हमले किए
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सच्चाई ये है कि घटना के बाद थानों में एफआईआर नहीं लिखा जाता है। सिर्फ लखनऊ में 3 अगस्त से 2024 तक 19 फरवरी 2025 के बीच लखनऊ में 916 घटनाएं हुई है। थानों में बल बढ़ गया, विवेचना लंबित है। इसमें सुधार करना चाहिए। ये मेरा सुझाव है। पुलिस व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। लचर पुलिस व्यवस्था होगी तो कानून व्यवस्था ठीक नहीं होगी।सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का जिक्र करते हुए कहा कि आपने अपने स्तर पर अलग ही कमेटी बना दी। नियुक्ति आज तक नहीं की। नियुक्ति के बाद आप डीजीपी को 2 साल के पहले हटा नहीं सकते हैं। आपका अधिनायकवाद नहीं चल पाएगा। मुझे डर है कि इसको भी कहीं संविदा पर न कर लें।
पेपर लीक, बिजली समस्या और अयोध्या में जमीन कब्जे का जिक्र हुआ
माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बिजली की हालत खराब है। ग्रामीण में 22 घंटे बिजली दी जा रही है। बिजली विभाग में उपकरण नहीं है। 81.42 प्रतिशत उपभोक्ता बढ़े। जबकि बिजली 5 प्रतिशत ही बढ़ी। इसी कारण सभी को बिजली नहीं मिल पा रही है। उन्होने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा लीक हो जाते हैं। बच्चे सालों मेहनत करते हैं, परीक्षा देते हैं। घर पहुंचते हैं तो पेपर लीक हो जाता है। अयोध्या के बारे में कहा कि आप की तरह हमें भी प्रिय है, हम पूर्ण सनातनी हैं। पीछे से शिवपाल यादव की आवाज आई कि अधूरे सनातनी कौन हैं? नेता प्रतिपक्ष ने अयोध्या में जमीनों की अवैध खरीद–फरोख्त व सेना की जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया।
नेता सदन ने विपक्ष के जवाब का तीखे अंदाज में जवाब दिया
विधानसभा के नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने सत्ता और विपक्ष से जुड़े हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद देते हुए कहा कि 146 लोग चर्चा में शामिल हुए।मुद्दे अपने-अपने हो सकते हैं, अपनी विचारधारा हो सकती है, अपनी सोच हो सकती है। सत्ता पक्ष से 98 और प्रतिपक्ष से जुड़े 48 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। नेता प्रतिपक्ष के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि अच्छा लगा कि वे समाजवादी से सनातनी हो गए हैं। हालांकि राज्यपाल के अभिभाषण के समय विपक्ष के व्यवहार को लेकर तल्खी जताई। सपा के सोशल मीडिया हैंडलर पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इसे पढ़कर लज्जा महसूस करेंगे। लेकिन, दूसरे को उपदेश देते हैं।
सीएम योगी ने कुंभ के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर तीखा पलटवार किया
नेता सदन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए थे, उसका स्वागत करता हूं। डॉ राधाकृष्णन की टिप्पणी कि ‘मानव का मानव होना एक उपलब्धि है। मानव का दानव होना उसकी पराजय है’ का जिक्र करते हुए कहा कि कर्म, आचरण और व्यवहार ही मनुष्य को मानव व दानव की श्रेणी में पहुंचाता है। कहा कि मान्यता है कि सोशलिस्ट जब आखिरी पायदान पर होता है, तो वो धार्मिक हो जाता है। कहा कि महाकुंभ में यदि विश्व स्तरीय सुविधा नहीं होती, तो अब तक 63 करोड़ श्रद्धालु इस महास्नान का हिस्सा नहीं बन पाते। 144 करोड़ के देश में सनातनियों की संख्या 110 करोड़ है। महाकुंभ में जिसने जो तलाशा, वो उसे मिला। सज्जनों को सज्जनता मिली। गरीबों को रोजगार मिला। श्रद्धालुओं को साफ सुथरी व्यवस्था मिली। भक्तों को भगवान मिला। कहा कि भारत के प्रति सम्मान का भाव रखने वाले सभी धर्म व परंपरा का सम्मान करता हूं।
कुंभ में जाति विशेष को रोके जाने के आरोप का सीएम ने पुरजोर खंडन किया
सीएम योगी ने कहा- महाकुंभ के बारे में आपने जो बातें कहीं कि एक जाति विशेष को वहां जाने स रोका गया। लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि किसी को रोका नहीं गया था। आरोप लगाया कि आपके समय सीएम को फुरसत नहीं थी कि वे उसकी व्यवस्था देख सकें। उन्होंने एक असनातनी को उसकी व्यवस्था का जिम्मा दिया था। यही कारण है कि उस कुंभ में अव्यवस्था मिली। प्रदूषण देखने को मिला। तब मॉरीशस के पीएम ने नहाने से मना कर दिया था। इस बार देश और दुनिया का कोई व्यक्ति ऐसा नहीं, जो वहां आया हो और स्नान न किया हो। 74 देशों के लोग अमृत स्नान के दिन विदेशी पर्यटक आए थे। पिछले साल अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में पूरी दुनिया लालायित थी। इस बार महाकुंभ के दौरान लोगों को अयोध्या-काशी को नजदीक से देखने का मौका मिला। मेरा मानना है कि ये दो आयोजन यूपी और देश की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होने वाले हैं।भारत की आर्थिकी और आध्यात्मिक के तौर पर मील का पत्थर साबित होने वाला है।
आंकड़ों के जरिए सीएम ने कानून व्यवस्था की बेहतरी दशा के दावे किए
सीएम योगी ने कहा कि सुशासन की पहली शर्त कानून का राज है। इससे किसको चिढ़ है, ये सब जानते हैं। यूपी की कानून व्यवस्था देश के सामने नजीर बनी है। नेता प्रतिपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि आप देश के अंदर तीर्थयात्री बनकर घूमकर आइए। पीएम ने महाकुंभ की स्वच्छता की चर्चा की। पुलिसकर्मियों के व्यवहार और उनके मेहनत की सराहना की है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2016 की तुलना में डकैती में 84, लूट में 77, हत्या में 41, बलवा में 66, फिरौती में 54 फीसदी, दहेज हत्या में 17, रेप में 26 फीसदी से अधिक की कमी आई है। 7 जनपदों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई, एटीएस की नई यूनिट, 3 महिला पीएसी बनाई। 5 अन्य पीएसी बटालियन बनाई। एक स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स बना रहे हैं। इसकी 6 वाहिनी का गठन किया है। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क का गठन किया है। प्रदेश में स्टेट फारेंसिक का गठन किया है। पुलिस में 1.56 लाख पदों पर भर्ती की गई है। 60 हजार 200 पुलिसकर्मियों की भर्ती हो रही है। अगले महीने से ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। 30 हजार अन्य भर्तियां भी आ रही हैं। एटीएस को अत्याधुनिक हथियार दिए गए हैं। 30 आतंकवादियों और 171 रोहिग्याओं को गिरफ्तार किया गया है। ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत 11 लाख से अधिक सीसीटीवी जनता और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लगाए गए हैं। 51 आरोपियों को मृत्युदंड दिलाने का काम इस सरकार में हुआ है।
पहली बार सीएम आवास पर बाल दिवस पर गुरुवाणी का पाठ हुआ जो निरंतर जारी है
सीएम योगी ने कहा कि जिन महापुरुषों ने भी भारत में जन्म लिया, मैं उन सभी को मानता हूं। मैं बुद्ध, जैन परंपरा (सभी तीर्थंकरों) को मानता हूं। हम लोग सनातन धर्म के साथ-साथ बौद्ध तीर्थस्थलों के पुनरुद्धार व सुंदरीकरण का कार्य कर रहे हैं। सनातन परंपरा में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भूमिका रखने वाले सभी पंथ-संप्रदाय (बौद्ध, जैन, सिख) का हम सम्मान करते हैं। गुरु गोविंद सिंह के चार-चार पुत्रों की शहादत के प्रति सम्मान का भाव ही है कि पीएम मोदी ने 26 दिसंबर की तिथि को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित किया है। पहली बार गुरुवाणी का पाठ निरंतर मुख्यमंत्री आवास पर हो रहा है। भगवान बुद्ध, जैन तीर्थंकरों, सिख परंपरा, कबीरपंथी, रविदासी, महर्षि वाल्मीकि की परंपरा या भारत के अंदर जन्मी हर उस उपासना विधि का, जिससे सनातन धर्म को मजबूती प्रदान होती हो और देश एक भारत, श्रेष्ठ भारत के रूप में आगे बढ़ता है, उन सबके प्रति हमारे मन में श्रद्धा व सम्मान का भाव है।
विधानमंडल के उच्च सदन में बिजली, कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर चर्चा हुई
विधानपरिषद में एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने बिजली की समस्याओं का मुद्दा उठाया। इस पर ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा- इस पर अलग से बात होगी। परिषद नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने नौकरशाही के मनमानी का मुद्दा उठाया। नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी सरकार में मजबूत कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि सपा सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त थी। कुशासन का मतलब सपा और सुशासन का मतलब भाजपा। कहा कि बुलडोजर की कार्रवाई पहले भी जारी थी, आगे भी जारी रहेगी। पॉस्को के अपराध में 2 महीने में विवेचना पूरी करके सजा दिलाने का काम किया है।
बहरहाल, यूपी विधानमंडल के बजट सत्र में बीती 20 फरवरी को सदन में बजट पेश किया गया था। सदन की कार्ययोजना के मुताबिक 11 दिन का सत्र रहेगा। सदन की बैठकें 5 मार्च तक होंगी। इस दौरान सरकारी पक्ष विधायी कार्य संपादित करेगा तो वहीं, विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार की घेराबंदी करने की हर मुमकिन कोशिश करेगा।