सरकार समस्याओं से मुंह मोड़ने वाली नहीं, उसे चुनौती के रूप में स्वीकार करने वाली होनी चाहिए।
सरकार ऐसी होनी चाहिए जो जनमानस के प्रति संवेदनशील हो, लेकिन भ्रष्टाचार एवं अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर सके।
वित्तीय वर्ष 2016-17 में बजट ₹3.40 लाख करोड़ का था।
अब वित्तीय वर्ष 2023-24 में बजट का आकार ₹6.90 लाख करोड़ से अधिक का है।
मैं अपने सहयोगी वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना जी को धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने प्रदेश की 25 करोड़ जनसंख्या को ध्यान में रखकर प्रदेश का बजट प्रस्तुत किया है,प्रदेश में एक सर्वसमावेशी व समग्र विकास की अवधारणा को ध्यान में रखकर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार करने वाला व प्रत्येक तबके का प्रतिनिधित्व करने वाला बजट प्रस्तुत किया है,जब हम लोग देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य उत्तर प्रदेश के वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट पर चर्चा कर रहे हैं तो वास्तव में हमें पिछले 06 वर्षों की यात्रा को अवश्य देखना चाहिए।