ब्यूरो: Fatehpur: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से बड़ी खबर आई है। यहां नूरी जामा मस्जिद का अवैध हिस्सा प्रशासन की तरफ से गिरा दिया गया है। 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद के अवैध हिस्से को सड़क चौड़ीकरण के दौरान बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। नूरी जामा मस्जिद कमेटी का कहना है कि इस कार्रवाई से मस्जिद को बड़ा नुकसान हुआ है। कमेटी ने कहा है कि यह मामला हाईकोर्ट में चल रहा है।
बता दें कि अतिक्रमण के दायरे में आने वाले हिस्से को ही गिराया गया है। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।
#WATCH | Fatehpur, Uttar Pradesh | Today, the District Administration and PWD’s joint team demolished the illegally constructed portion of Noori Jama Masjid in the village Lalauli.The UP government says, “To widen the Bahraich-Banda road (SH-13) of Fatehpur district, PWD is… pic.twitter.com/iOGlIPXyXp
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 10, 2024
कमेटी ने मांगा था 1 महीने का समय
फतेहपुर के ललौली में स्थित नूरी जामा मस्जिद का एक हिस्सा अतिक्रमण में आ रहा था। अतिक्रमण में आने वाले हिस्से को आज प्रशासन की तरफ से गिरा दिया गया। इस दौरान एएसपी, एसडीएम, आरएएफ, पीएसी समेत कई थानों की फोर्स मौजूद रही। जानकारी के मुताबिक, 24 सितंबर को पीडब्लूडी ने जब यहां अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था, तब मस्जिद कमेटी से जुड़े लोगों ने खुद से अतिक्रमण हटाने के लिए 1 महीने के समय की मांग की थी। लेकिन अभी तक कमेटी की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया। काफी समय से मस्जिद के अवैध हिस्से को लेकर विवाद चल रहा था।
प्रशासन की तरफ से जारी प्रेस रिलीज
जनपद फतेहपुर क्षेत्र के बहराइच - बांदा मार्ग (SH-13) पर मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्ग के किनारे के अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है। इसके क्रम में आज ललौली कस्बे में नूरी मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा किए गए अवैध निर्माण को जिला प्रशासन और लोक निर्माण की संयुक्त टीम द्वारा सौहार्दपूर्ण तरीके से हटा दिया गया। मौके पर कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था बरकरार है।
ललौली कस्बे में स्थित नूरी मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा मार्ग पर अवैध निर्माण के संबंध में लोक निर्माण विभाग द्वारा दिनांक 17 अगस्त को नोटिस दी गई थी और 24 सितंबर को ललौली कस्बे स्थित अवैध निर्माण को अभियान चलाकर लोक निर्माण विभाग द्वारा हटाया गया था। तत्समय मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा समय लिया गया था कि वे स्वयं उक्त अवैध निर्माण को ढहा देंगे, किंतु उनके द्वारा अवैध निर्माण न हटाए जाने पर आज जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम द्वारा उक्त कार्रवाई की गई है।