लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने वाराणसी में मीडिया के कई सवालों का जवाब अपने ही अंदाज़ में दिया। शिवपाल ने रामचरितमानस विवाद, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के शूद्र वाले बयान और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया दी।
'क्या 2024 का लोकसभा चुनाव पिछड़ों और अगड़ों के बीच दो फाड़ में बटकर होगा?' इस सवाल के जवाब में शिवपाल यादव ने कहा कि – ‘यह भारतीय जनता पार्टी की चाल है और यह देश को बांटना चाहते हैं, जब बाटेंगे तब देश कमज़ोर होगा।'
अखिलेश यादव के शूद्र वाले बयान और सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ से रामचरितमानस की चौपाई बुलवाने के सवाल के जवाब में शिवपाल यादव ने बताया कि 'मैं इस मुद्दे पर अखिलेश यादव के साथ हूं।'
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स्वामी प्रसाद मौर्य से रामचरितमानस को लेकर जानबूझकर बयान दिलवाने के सवाल के जवाब में शिवपाल यादव ने कहा कि 'जो भी पुराने ग्रंथ हैं उन्हें हम सभी समाजवादी पार्टी के लोग स्वीकार करते हैं और जहां तक मौर्य जी का बयान है वह उनका ख़ुद का बयान है, किसी ने यह बयान उनसे नहीं दिलवाया है।'
रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के सवाल के जवाब में शिवपाल यादव ने बताया कि इस मामले में मुक़दमे लिखे जा चुके हैं और जांच भी होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के 'एक ही राष्ट्रीय, धर्म सनातन धर्म और एक ही मंदिर, राम मंदिर के' बयान पर शिवपाल ने कहा कि 'हम लोग सभी धर्मों को मानने वाले हैं और हम लोग धर्मनिरपेक्ष लोग हैं, संविधान में भी धर्मनिरपेक्षता की बात लिखी गई है और जिसे 26 जनवरी को सीएम योगी ने कहा है, धर्मनिरपेक्ष हमारा संविधान में उल्लेखित है तो यह संविधान का उल्लंघन है और यहीं पर संविधान का उल्लंघन हो रहा है, जो भी सांप्रदायिकता फैलाएगा, जनता उसका समय पर जवाब दे देगी, जनता सब जानती है।'