ब्यूरो: Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए सुगम बनाने की दिशा में योगी सरकार लगातार काम कर रही है। इस महाआयोजन के दौरान 40 करोड़ से अधिक लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है। शासन-प्रशासन की तरफ से महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल बनाने के लिए रोजाना बैठकें की जाती हैं। इस बीच खबर है कि महाकुंभ में अखाड़ों की ओर से निकाली जाने वाली पेशवाई में हाथी को जुलूस में शामिल नहीं किया जाएगा।
सरकार की तरफ से किया गया था अनुरोध
इस बारे में प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से अखाड़ों से अनुरोध किया गया था। जिसके बाद सबसे बड़े अखाड़े, जूना अखाड़े ने यह फैसला लिया है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने यह आशंका जताई थी कि पेशवाई के जुलूस में हाथी के शामिल होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
नागा संन्यासियों की परंपरा के सबसे बड़े अखाड़े श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े में लाखों सन्यासी महाकुंभ में शिरकत करने आते हैं। नागा संन्यासियों की पेशवाई में सबसे आगे अखाड़े की धर्म ध्वजा चलती है। उसके पीछे हाथी, घोड़े, ऊंट और रथ पर सवार होकर आचार्य महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत, श्री महंत और दूसरे संत महात्मा शामिल होते हैं। इस बार जूना अखाड़े समेत अन्य अखाड़ों की पेशवाई में बैंड बाजे और रथ तो शामिल होंगे, लेकिन हाथियों को शामिल नहीं किया जाएगा। पेशवाई जुलूस में सबसे आगे अखाड़े की धर्म ध्वजा होगी, उसके बाद रमता पंच की गाड़ियां होंगी और उसके बाद अन्य संत महात्माओं का जुलूस रहेगा। 10 नवंबर को जूना अखाड़े का नगर प्रवेश होगा, जबकि 14 दिसंबर को पेशवाई निकाली जाएगी। इस बारे में जानकारी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी महाराज ने दी।