ब्यूरो: UP: केंद्रीय कैबिनेट ने एक राष्ट्र एक चुनाव को लागू करने के संबंध में विधेयक को मंजूरी देने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे अव्यावहारिक और अलोकतांत्रिक बताया है। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "एक देश एक चुनाव सही मायनों में एक अव्यावहारिक ही नहीं, अलोकतांत्रिक व्यवस्था भी है क्योंकि कभी-कभी सरकारें अपनी समयावधि के बीच में भी अस्थिर हो जाती हैं, तो क्या वहां जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी?" इसके लिए संवैधानिक रूप से चुनी गई सरकारों के बीच में ही भंग करना होगा, जो जनमत का अपमान होगा।
उन्होंने कहा, "दरअसल ‘एक देश, एक चुनाव’ लोकतंत्र के खिलाफ, एकतंत्री सोच का बहुत बड़ा षड्यंत्र है, जो चाहता है कि एक साथ ही पूरे देश पर कब्जा कर लिया जाए। इससे चुनाव एक दिखावटी प्रक्रिया बनकर रह जाएगा।"
‘एक देश, एक चुनाव’ सही मायनों में एक ‘अव्यावहारिक’ ही नहीं ‘अलोकतांत्रिक’ व्यवस्था भी है क्योंकि कभी-कभी सरकारें अपनी समयावधि के बीच में भी अस्थिर हो जाती हैं तो क्या वहाँ की जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी। इसके लिए सांविधानिक रूप से चुनी गयी सरकारों को बीच में ही…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2024
अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार बारिश, पानी, त्योहार, नहान के नाम पर चुनावों को टाल देती है, वो एक साथ चुनाव कराने का दावा कैसे कर सकती है? उन्होंने कहा, "एक देश, एक चुनाव एक छलावा है, जिसके मूल कारण में एकाधिकार की अलोकतांत्रिक मंशा काम कर रही है। ये चुनावी व्यवस्था के सामूहिक अपहरण की साजिश है।"