ब्यूरो: राज्यसभा की 15 सीटों के लिए आज वोटिंग होगी। जिन राज्यों में वोटिंग होनी है उनमें उत्तर प्रदेश की 10 सीटें, कर्नाटक की 4 सीटें और हिमाचल प्रदेश की 1 सीट शामिल है। उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग की आशंका है। हिमाचल में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है। वोटिंग सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी, जबकि चुनाव नतीजे देर रात तक घोषित होने की संभावना है।
क्रॉस वोटिंग का डर?क्रॉस वोटिंग के डर से बीजेपी और समाजवादी पार्टी यूपी में कोई गलती नहीं करना चाहती। उत्तर प्रदेश में आठवें उम्मीदवार संजय सेठ की जीत में कोई कमी न रह जाए, इसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने विधायकों के नाम व्हिप जारी किया है। एनडीए के सभी विधायक आज सरकार के आठ मंत्रियों के चैंबर में जुटेंगे। वोटिंग के लिए पांच-पांच का ग्रुप बनाया गया है। इनके साथ एक प्रभारी की भी ड्यूटी लगाई गई है।
अखिलेश ने की पार्टी विधायकों की बैठकराज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले सोमवार रात समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक में आठ विधायक शामिल नहीं हुए। इन विधायकों की गैरमौजूदगी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
विधायक एक होटल में शिफ्ट हो गएकर्नाटक में राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस ने सभी विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया है। राज्य में पांच उम्मीदवार हैं- अजय माकन, सैयद नासिर हुसैन और जी.सी. चंद्रशेखर (सभी कांग्रेस), नारायण बांगे (भाजपा) और कुपेंद्र रेड्डी (जेडी सेक्युलर) मैदान में हैं। 'क्रॉस वोटिंग' की आशंका के बीच सभी पार्टियों ने आज की वोटिंग के लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है।
अधिक प्रतिस्पर्धा कठिन होने की उम्मीद हैआपको बता दें कि 15 राज्यों में 56 राज्यसभा सीटें खाली हैं।12 राज्यों की 41 राज्यसभा सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं। यूपी की 10 सीटों पर 11 और कर्नाटक की 4 सीटों पर 5 उम्मीदवार हैं। हिमाचल में भी एक सीट पर दो उम्मीदवार हैं, लेकिन यहां कांग्रेस की संख्या बहुत ज्यादा है। ऐसे में इस बात की ज्यादा उम्मीद नहीं है कि मुकाबला कड़ा होगा।
चुनाव की अधिसूचना 8 फरवरी 2024 को जारी की गई थी, जिसके बाद उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने के लिए 15 फरवरी तक का समय दिया गया था, 16 फरवरी को नामांकन की जांच होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 20 फरवरी थी। राज्यसभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा नहीं चुने जाते हैं। इनका चुनाव विधायकों के माध्यम से होता है।