लखनऊ: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव पूरा हो चुका है। अब सभी की निगाहें 8 दिंसबर को आने वाली चुनावी नतीजों पर हैं। वहीं वोटिंग के बाद समाजवादी पार्टी के नेता स्ट्रांग रूम के बाहर ईवीएम की निगरानी में भी लगे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक़ जसवंतनगर विधानसभा की ईवीएम मशीन इटावा के चंद्रशेखर आज़ाद प्रौद्योगिकी दुग्ध महाविद्यालय में पैरामिलिट्री फोर्स और स्थानीय पुलिस के दो सुरक्षा घेरों में सुरक्षित रखी गई हैं।
समाजवादी पार्टी ने जसवंतनगर विधानसभा की ईवीएम की निगरानी के लिए, सपा के ज़िला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव को ज़िम्मेदारी मिली है। यूपी की सियासत के जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव ने ख़ुद उन्हें ये ज़िम्मेदारी सौंपी है। यही वजह है किअंशुल यादव ने भी अपनी तीन टीमें पहरेदारी के लिए लगा रखी हैं।
जसवंतनगर विधानसभा में समाजवादी पार्टी ने 8-8 घंटे पर अपने लोगों को ड्यूटी पर लगा रखा है। अंशुल यादव ने बताया कि यहां पर विद्यालय में ईवीएम मशीनें रखी गई हैं, जो प्रशासन ने व्यवस्था बनाई है उसके तहत आठ-आठ घंटे की शिफ्ट पर हर प्रत्याशी के एक प्रत्येक आदमी ड्यूटी पर रखे गए हैं। कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों के भी लोग मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक तो ईवीएम बिल्कुल सुरक्षित है, हम लोग ईवीएम की निगरानी कर लोकतंत्र को सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं, जब ईवीएम सुरक्षित रहेगी तभी लोकतंत्र भी सुरक्षित रह पाएगा।
अंशुल यादव ने कहा कि हम लोग पूरी ईमानदारी और वफादारी के साथ यहां पर निगाह बनाए हुए हैं, हम सब 8 तारीख़ को होने वाली मतगणना का बेसब्री से इंतज़ार है, ताकि हम 8 दिसंबर को एक साथ खुशियां मना सकें।
गौरतलब है कि उपचुनाव में वोटिंग के दौरान बीजेपी और सपा की ओर से जमकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए थे। दोनों पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे पर वोटिंग को प्रभावित करने का आरोप लगाया था।
आपको बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। मुलायम यहां से 2019 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे। मैनपुरी सीट पर मुलायम की बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं, तो बीजेपी ने कभी मुलायम के क़रीबी रहे रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है।