लखनऊः योगी सरकार शारदीय नवरात्रि से शुरू हो रहे मिशन शक्ति के चौथे चरण में ग्रामीण और शहरी महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आजीविका गतिविधियों से जोड़ने पर फोकस करेगी। ग्रामीण महिलाओं और उनके परिवारों को जहां स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर उनके आर्थिक स्वावलंबन को सुनिश्चित किया जाएगा तो शहरों में महिलाओं के कौशल को निखारकर उन्हें रोजगार से जोड़ने की पहल की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शनिवार को सीएम योगी अपने सरकारी आवास से रैली को हरी झंडी दिखाकर मिशन शक्ति के चौथे चरण की शुरुआत करेंगे।
ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत ग्राम विकास विभाग शेष 8,97,380 परिवारों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर आजीविका गतिविधियों से जोड़ते हुए उनका सामाजिक एवं आर्थिक स्वावलंबन सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा। वित्तीय वर्ष 2023-24 की अनुमोदित वार्षिक कार्य योजना के अनुसार महिला सदस्यों को वित्तीय समावेशन एवं आजीविका गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए कुल 2,20,000 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फंड निर्गत किया जाएगा तो समूह की सदस्यों को वित्तीय समावेशन एवं आजीविका गतिविधियों को प्रोत्साहित करने हेतु कुल 1,05,000 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि निर्गत की जाएगी।
महिलाओं के कौशल को निखारा जाएगा
नगर विकास विभाग के अंतर्गत महिलाओं के कौशल को निखारने व स्वावलम्बन के लिए उनको सिलाई उत्पाद बनाना, हस्तकला, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, पोल्ट्री, मछली पालन, पाककला आदि की जानकारी देकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। विधवा, अबला, परित्यक्ता व निराश्रित महिलाओं की पहचान करके समाजसेवियों की मदद से रोजगार दिलवाने का प्रयास होगा। महिला चिकित्सा शिविर का आयोजन और आयुष्मान योजना की जानकारी देना भी अभियान में शामिल होगा। निकाय कार्यालय के विभिन्न संवर्गों जैसे राजस्व अभियंत्रण, अधिष्ठान, तकनीकी, सफाई, चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों आदि में से 9 कार्यरत महिलाओं को "नवशक्ति सम्मान" से सम्मानित किया जाएगा।
इन विषयों पर भी होगा फोकस