UP News: मंत्री आवास के सामने स्पा सेंटर में चल रहा था देह व्यापार, पुलिस ने मारा छापा, 3 लड़कियों को कराया मुक्त
लखनऊ/ जय कृष्णा: उत्तर प्रदेश राज्यपाल अधिकार व संरक्षण आयोग के आदेश पर पुलिस ने दो एनजीओ की मदद से लखनऊ के विभूति खंड इलाके में मंत्री आवास के सामने स्पा सेंटर में छापा मारा। छापेमारी के बाद स्पा सेंटर में चल रहे देह व्यापार के गोरखधंधे का खुलासा हुआ। पुलिस ने स्पा सेंटर से तीन लड़कियों को मुक्त कराया है। इसके साथ ही साथ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें से दो ग्राहक और बाकी सपा के कर्मचारी बताई जा रहे हैं। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज किया है।36 पुलिस कर्मियों की टीम की गई गठित
जानकारी के मुताबिक 1090 मुख्यालय में बैठक के बाद स्पा सेंटर में छापा मारने की योजना बनाई गई थी। इसके बाद डीसीपी रुचिता चौधरी के सहयोग से 36 पुलिस कर्मियों की टीम गठित की गई। छापेमारी करने वाली टीम में अधिकांश पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे। आयोग और पुलिस की टीम में शुक्रवार शाम करीब चार बजे स्पा सेंटर में छापा मारने पहुंची। स्पा सेंटर से आजमगढ़, सुल्तानपुर और गोरखपुर की एक-एक लड़की को रेस्क्यू किया गया है। लखनऊ पुलिस का सहयोग से स्पा सेंटर में मारा छापा
राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य डॉक्टर सुचिता चौधरी के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिल्ली के मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र कुमार सिंह ने सूचना दी थी। वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया था, कि लखनऊ के विभूति खंड इलाके में मंत्री आवास के सामने एलिगेंट स्पा एंड यूनिसेक्स में देह व्यापार चल रहा है। जिसके बाद लखनऊ पुलिस को पत्र लिखकर फोर्स मांगी गई थी। लखनऊ पुलिस का सहयोग मिलने के बाद स्पा सेंटर में छापा मारा गया। विभूति खंड थाने में मुकदमा किया दर्जः एडीसीपी
इस मामले पर एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि मामले में अनैतिक देह व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 की धाराओं के तहत विभूति खंड थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट की संस्थापक निदेशक डॉ संगीता शर्मा के के मुताबिक लड़कियों ने बातचीत में बताया कि उन्हें स्पा सेंटर में रिसेप्शनिस्ट की पोस्ट के लिए नौकरी पर रखा गया था। लेकिन कुछ समय बाद प्रबंधन ने उन्हें देह व्यापार के धंधे में झोंक दिया। वहीं मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र का कहना है कि यह स्पा संचालक का दुस्साहस ही है, मुख्यमंत्री आवास के सामने सपा की आड़ में के व्यापार चल रहा था और किसी को भनक तक नहीं लगी।