लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान करीब 100 पुलिसकर्मियों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा के कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। साथ ही अखिलेश यादव को अंदर जाने से रोकने के लिए JPNIC के गेट पर ताला जड़ दिया गया। गेट के अंदर टिन शेड लगाकर गेट को बंद कर दिया। हालांकि, पुलिस कर्मियों के रोकने के बावजूद अखिलेश यादव गेट कूदकर अंदर पहुंचे और जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माला चढ़ाई।
जब लोकतंत्र में लोकनायक के माल्यार्पण के लिए बाधाएँ खड़ी की जाएं तो लोकतंत्र किस काम का। भाजपा, सपा का रास्ता नहीं रोक सकती। pic.twitter.com/5PgNg1uubc
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 11, 2023
सपा कार्यकर्ता और पुलिस कर्मियों में हुई बहस
दरअसल, जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर सपा मुखिया अखिलेश यादव को एलडीए ने जेपीएनआईसी में माल्यार्पण करने की अनुमति नहीं दी। JPNIC के गेट पर सफाई और सुरक्षा कारणों का हवाला देकर ताला लगा दिया गया। मौके पर सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। जिसके बाद सुबह से ही सपा के कार्यकर्ता JPNIC के आस - पास इकट्ठा होने के लगे। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर बहस हुई। पुलिस के रोक जाने से नाराज कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। मौके पर हंगामा बढ़ता देख पुलिस के कई बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। करीब 500 से ज्यादा सपा कार्यकर्ता कार्यकर्ता JPNIC के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान सपा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस, प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने में सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और सपा के राष्ट्रीय सचिव राम गोविंद चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता भी शामिल रहे।
JPNIC में ताला लगाकर सच्चाई छुपाना चाहती है भाजपा
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा 6 सालों में JPNIC का निर्माण पूरा नहीं कर पाई। ताला लगाकर भाजपा सच्चाई छुपाना चाहती है। यह गैर लोकतांत्रिक रवैया सपा बर्दाश्त नहीं करेगी। यह देश - प्रदेश का दुर्भाग्य है।
गेट कूदकर JPNIC के अंदर पहुंचे अखिलेश यादव
बता दें अखिलेश यादव चुनावी रथ से करीब 11:50 पर JPNIC पहुंचे। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने अखिलेश यादव को रोकने का प्रयास किया। पुलिस कर्मियों के रोकने के बाद भी अखिलेश यादव नहीं रुके और गेट कूदकर अंदर पहुंचे। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता भी अखिलेश यादव के साथ अंदर चले गए। JPNIC में पहुंचने के बाद अखिलेश यादव ने JPNIC की बदहाली पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा। जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद अखिलेश यादव गेट कूदकर ही बाहर आए।
भाजपा सरकार ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा और संग्रहालय की क्या दुर्गति की है, सारे देश-प्रदेश को ये देखना चाहिए। ये एक स्वतंत्रता सेनानी का भी अपमान है और समाजवादी चिंतक का भी। आज़ादी की जंग में भाग न लेनेवाली भाजपा स्वतंत्रता के संघर्ष का मोल क्या जाने। जो इतिहास का… pic.twitter.com/ypgW7SLQNH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 11, 2023
6 सालों में JPNIC का निर्माण नहीं हुआ पूराः अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि संपूर्ण क्रांति का जो नारा जेपी ने दिया, आज भी उसकी जरूरत है। जो लोग इसे कानून तोड़ना बता रहे उन्हें सरकार से भारी बजट मिलता होगा। सवाल यह है, कि हर साल यहां पर समाजवादी लोग आते थे। पर यह क्यों हुआ? यहां पर सरकार क्या छुपाना चाहती है? जो करोड़ों रुपये की चीज बनी थी, उसको बर्बाद कर दिया।
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि म्यूजियम पर जाने के लिए किसकी परमिशन की जरूरत है। क्या मान्यवर कांशीराम की जयंती के लिए किसी को परमिशन लेनी होती है? क्या नेता जी के लिए हम कोई कार्यक्रम करते हैं, तो उसकी परमिशन लेनी पड़ेगी? 6 सालों में JPNIC का निर्माण पूरा नहीं हुआ। अब तो ठेकेदार भी तुम्हारी पार्टी में चला गया। अब क्या वजह है, कि उसका काम रुका हुआ है। जनता की शक्ति के आगे सरकार की शक्ति कभी कामयाब नहीं हो सकती। लोकतंत्र में जनता को अपने वोट की ताकत को बाबा साहब ने दिया है। संविधान में अन्य ताकत मिली है। अगर संविधान नहीं बचेगा, तो हमारी आपकी आजादी कहां जाएगी। सरकार को ऐसे निर्णय लेने चाहिए, जिससे सबका भला हो।
अखिलेश यादव ने कसा तंज
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं, जनता को एक बार फिर इस सरकार की तानाशाही ताकत के खिलाफ लड़ना होगा। सरकार ने एक आदेश दिया था, कि सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों से भरपाई की जाएगी। आज जो रिवर फ्रंट बर्बाद हो रहा, JPNIC बर्बाद हो रहा उसकी भरपाई मुख्यमंत्री को करनी चाहिए। सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि सत्ता के दमन की क्रूर हदें व सरहदें समाजवादी विचारधारा को किसी सीमा में नहीं बांध सकती।