लखनऊ: महिला परिचालक के साथ बदसलूकी का मामला, 24 घंटे बंद रही सिटी बस सेवा, ट्रांसफर करने के बाद की हड़ताल खत्म
ब्यूरो: बीते कल लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की महिला परिचालक ने दुबग्गा डिपो के बस स्टेशन इंचार्ज पर बदसलूकी का आरोप लगाया था। जिसके बाद इससे नाराज चल रहे चालक-परिचालकों ने दुबग्गा डिपो से सिटी बसों की आवाजाही कई घंटों तक ठप्प कर दी । जिसके बाद मंगलवार दोपहर करीब एक बजे से लेकर बुधवार दोपहर तक कई रूटों पर बसें नहीं चली। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानयों का सामना करना पड़ा था।
हालांकि परिचालकों की हड़ताल के बीच संविदा कर्मचारी यूनियन और सिटी बस अधिकारियों के बीच बातचीत हुई और परिवहन अधिकारी अनिल तिवारी का ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल को खत्म कर दिया।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बस UP 32 CZ 9502 लेकर महिला परिचालक माधुरी रूट पर निकली थी। मोहनलालगंज मार्ग पर बस जा रही थी। उस समय पारा चौकी से पहले दुबग्गा डिपो में तैनात वरिष्ठ केंद्र प्रभारी अनिल तिवारी ने बस की चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान उन्हें कई यात्री बिना टिकट यात्रा करते हुए पाए गए। जिसके बाद उन्होंने महिला परिचालक पर कार्रवाई शुरू कर दी। इससे नाराज महिला परिचालक ने वरिष्ठ केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाया कि 100 मीटर से कम दूरी से पहले ही कुछ यात्री बस पर सवार हुए थे। ऐसे में उनका टिकट नहीं बनाया गया था। इसके अलावा यात्रियों ने यह भी स्वीकार किया था कि अभी पैसे भी नहीं दिए फिर भी गलत कार्रवाई की जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ वरिष्ठ केंद्र प्रभारी अनिल तिवारी का कहना है कि महिला परिचालक के खिलाफ शिकायत मिली थी। शिकायत करने वाले व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराती हैं और उसके एवज में मिलने वाला किराया अपने पास रख लेती हैं। इससे लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट को नुकसान उठाना पड़ता है।
चेकिंग के दौरान महिला परिचालक और स्टेशन इंचार्ज में बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि महिला परिचालक माधुरी ने पारा थाने में स्टेशन इंचार्ज अनिल तिवारी के खिलाफ शिकायत भी दे डाली। संविदा कर्मचारी यूनियन के नेता महिला परिचालक के साथ खड़े हो गए और आनन-फानन में दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप्प कर दिया गया। मगंलवार दोपहर एक बजे से लेकर बुधवार दोपहर तक कई रूटों पर बसों की आवाजाही बंद रही। जिससे बसों से सफर करने वाले यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में महिला परिचालक से वसूली के मामले में अधिकारी अनिल तिवारी को दुबग्गा से ट्रांसफर कर दिया गया । जिसके बाद महिला ने पूरे मामले पर हड़ताल खत्म कर दी।