ब्यूरो: आंवला नगर पालिका के चेयरमैन सय्यद आबिद अली भी समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर बसपा में शामिल हो गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने इसका कारण आंवला में बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाने और पार्टी में बढ़ती अनुशासनहीनता को बताया है। कहा है कि बसपा टिकट देगी तो आंवला से चुनाव भी लड़ेंगे।
सय्यद आबिद अली ने सपा प्रमुख को लिखे पत्र में आंवला में पार्टी के घोषित उम्मीदवार नीरज मौर्य को बाहरी बताते हुए कहा है कि पार्टी हर बार बाहरी प्रत्याशी को ही तरजीह देती है। अपने कार्यकर्ताओं की उसकी नजर में कोई अहमियत नहीं है। विधानसभा चुनाव में उन्होंने बिथरी सीट से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने नहीं दिया। अब लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को जिले का कोई ऐसा नेता नहीं मिला जो आंवला से उतारा जाता। पार्टी अध्यक्ष उन्हें भी टिकट दे सकते थे लेकिन इसके बजाय बाहरी प्रत्याशी को आंवला की जनता पर थोप दिया।
उन्होंने पिछले दिनों सपा के आंवला प्रत्याशी के समर्थन में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में हुए विवाद का भी जिक्र किया है। कहा है कि जिलाध्यक्ष के साथ छोटे कार्यकर्ता अनुशासनहीनता कर रहे हैं। रविवार को लखनऊ में उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती के सामने बसपा की प्रारंभिक सदस्यता ले ली है।
आपको बता दें कि आंवला चेयरमैन सय्यद आबिद अली ने कुछ दिन पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के फिर चुनाव जीतने की भविष्यवाणी कर दी थी। उस वक्त भाजपा ने धर्मेंद्र कश्यप को उम्मीदवार तक घोषित नहीं किया था। सपा का वह कार्यकर्ता सम्मेलन भी इसके बाद ही हुआ था जिसमें खाने की प्लेटें फेंकी गई थीं। तभी से अटकलें लगने लगी थीं कि सय्यद आबिद अली सपा को बाय-बाय कहने के मूड में हैं।