Ayodhya Ram Temple: यूपी सरकार ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले सुरक्षा और यातायात उपायों की योजना की लागू
Ayodhya Ram Temple: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर उत्सव के माहौल है। इसको लेकर अयोध्या शहर को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन शहर बनाने की तेजी से तैयारी चल रही है। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम लला के 7 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन उपायों को शामिल करते हुए एक व्यापक योजना लागू की है।
राम मंदिर को लेकर तैयारियां
एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) को शहर भर में 1500 सार्वजनिक सीसीटीवी कैमरों के साथ एकीकृत किया गया है, जिससे सतर्क निगरानी सुनिश्चित की जा सके। अयोध्या का येलो जोन 10,715 एआई-आधारित कैमरों से सुसज्जित होगा, जिसमें चेहरा पहचानने वाली तकनीक होगी, जो आईटीएमएस के साथ सहजता से एकीकृत होगा और एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से निगरानी की जाएगी। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों में समग्र निगरानी और सुरक्षा को बढ़ाना है। आपातकालीन परिस्थितियों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है। एसडीआरएफ टीमें नियमित नाव गश्त करेंगी, जिसमें किसी भी प्रकार के नशे पर सख्ती से रोक लगाते हुए नाविकों के लिए लाइफ जैकेट और अनिवार्य आईडी कार्ड जैसे सुरक्षा उपायों पर जोर दिया जाएगा। 27 जनवरी से 15 फरवरी तक अयोध्या रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल की कड़ी सुरक्षा रहेगी। बाहरी व्यक्तियों के लिए कड़ी सत्यापन प्रक्रियाओं के साथ पुलिस गश्त पूरे शहर को कवर करेगी।
विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) की देखरेख में एंटी-ड्रोन सिस्टम का कार्यान्वयन, संभावित हवाई खतरों के खिलाफ सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है। कड़े स्वच्छता उपायों के साथ टेंट सिटी में 10 बिस्तरों वाला एक प्राथमिक अस्पताल स्थापित किया गया है।
ये है प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम