आगरा/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्वास्थ्य विभाग की जांच में बड़ा ख़ुलासा हुआ है। यहां अस्पतालों का बड़ा फर्ज़ीवाड़ा पकड़ में आया है, जिसके बाद हड़कंप मच गया है। तहक़ीक़ात में 28 ऐसे चिकित्सकों के नाम सामने आए हैं, जिनके नाम पर 90 पैथोलॉजी और अस्पतालों का पंजीकरण है। कुछ डॉक्टर तो ऐसे हैं, जिनके नाम पर 5 से भी ज़्यादा रजिस्ट्रेशन किए गए हैं।
मामला पकड़ में आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सभी अस्पतालों और चिकित्सकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण संतोषजनक का होने पर सीएमओ ने कार्रवाई करने की बात भी कही है।
सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने नियम की जानकारी देते हुए बताया कि जिस डॉक्टर के नाम पर अस्पताल या पैथोलॉजी का पंजीकरण होता है, वह किसी दूसरे अस्पताल में प्रैक्टिस नहीं कर सकता है, बाक़ी डॉक्टर एक से ज़्यादा अस्पतालों में प्रैक्टिस कर सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 16 अस्पतालों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है, उन्हें दोबारा नोटिस भेजा गया है। नोटिस का जवाब ना मिलने की दशा में कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नोटिस मिलने के बाद डॉ. मनीष और डॉ. रविंद्र ने अपना जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वह केवल एक अस्पताल में प्रैक्टिस करते हैं। किसी दूसरे अस्पताल में नहीं जाते। मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मामले की जांच लगातार जारी है। जांच में जो भी लोग दोषी होंगे उनके ख़िलाफ़ नियमानुसार क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी, उनका पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है।
-PTC NEWS