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नई तकनीक से होगा ज़मीनों की समस्या का समाधान, IIT कानपुर इजाद कर रहा टेक्नोलॉजी

आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर कानपुर विकास प्राधिकरण ऐसी तकनीक को विकसित कर रहा है, जिसके बाद ज़मीन को शेयर मार्केट में बेचा जा सकेगा। इस तकनीक का इस्तेमाल ज़मीनों की बिक्री में धोखाधड़ी और अवैध क़ब्जे़ को बंद करने में काफी सहायक साबित होगा। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स का ऐसा दावा है कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ज़मीन के क्षेत्र में यह क्रांति का काम करेगा।

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Mohd. Zuber Khan
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नई तकनीक से होगा ज़मीनों की समस्या का समाधान, IIT कानपुर इजाद कर रहा टेक्नोलॉजी

लखनऊ: आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर कानपुर विकास प्राधिकरण ऐसी तकनीक को विकसित कर रहा है, जिसके बाद ज़मीन को शेयर मार्केट में बेचा जा सकेगा। इस तकनीक का इस्तेमाल ज़मीनों की बिक्री में धोखाधड़ी और अवैध क़ब्जे़ को बंद करने में काफी सहायक साबित होगा। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स का ऐसा दावा है कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ज़मीन के क्षेत्र में यह क्रांति का काम करेगा।

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गौरतलब है कि आईआईटी द्वारा तैयार की जा रही ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने वाला केडीए पहली गवर्नमेंट अथॉरिटी है। आपको बता दें कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने इसे सर्वश्रेष्ठ गवर्नमेंट प्रैक्टिस में चयन कर केडीए वीसी अरविंद सिंह की ख़ासी प्रशंसा की है।

अरविंद सिंह ने बताया कि जिस तरह सोने की शुद्धता को परखने के लिए हॉल मार्क आने के बाद उसकी पहचान करना आसान हो गया, उसी तरह इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अगर हम उस स्टेज तक लैंड को ले जा सकें तो इन्वेस्टमेंट के लिए भी ये एक बहुत बड़ा पोटेंशियल अनलॉक होगा।

जानकारी के मुताबिक़ आईआईटी-कानपुर के तत्वावधान में संचालित ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से छेड़छाड़ या किसी भी तरह का ग़ैर क़ानूनी काम नहीं हो सकेगा। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने तमाम ज़िलों को इस टेक्नोलॉजी को इस्तमाल करने की बात कही है। याद रहे कि अरविंद सिंह ख़ुद आईआईटी और आईआईएम के टॉपर रहे हैं। आईआईटी कानपुर से उनका पुराना रिश्ता है। उनका कहना है कि आईआईटी का बैकग्राउंड होने से उनको इस प्रोजेक्ट को पूरे करने में सहायता मिली और आईआईटी जैसे विश्व विख्यात इंस्टिट्यूट को भी मुझ पर यक़ीन करने में आसानी हुई।

-PTC NEWS

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