लखनऊ: मैनपुरी उपचुनाव में शिवपाल यादव और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सारे मतभेद भुला दिए और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए साथ मिलकर वोट मांगते नज़र आए। ये अब जगज़ाहिर है कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव को ऐतिहासिक जीत मिली है। इस बीच, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चीफ ओम प्रकाश राजभर ने शिवपाल और अखिलेश यादव के साथ आने पर तंज़ कसा है।
दरअसल सिझौली में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में ओपी राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी से लोग नफ़रत करते हैं और सत्ता में वापसी के लिए सपा को कम से कम दस साल और इंतज़ार करना पड़ेगा।यह नहीं, ओपी राजभर ने कहा कि प्रसपा और सपा के मिलने से अखिलेश की पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा।
गौरतलब है कि मैनपुरी उपचुनाव में मिली जीत को ओपी राजभर ने मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मिली साहनभूति बताया है। ओम प्रकाश राजभर ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की रिकॉर्डतोड़ जीत पर कहा कि पार्टी को मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पैदा हुई सहानुभूति का फायदा मिला।
आपको बता दें कि हाल ही में मैनपुरी में लोकसभा उपचुनाव संपन्न हुए हैं, जिसमें समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। मैनपुरी में जीत के बाद अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी पीएसपी का विलय सपा में कर दिया। डिंपल यादव ने मैनपुरी उपचुनाव में 2 लाख 88 हज़ार से ज़्यादा वोटों से बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को हरा दिया।
-PTC NEWS