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ताज नगरी में राज बब्बर ने बढ़ाया सियासी पारा, पुस्तक विमोचन के सहारे दी दस्तक !

उत्तर प्रदेश के आगरा में पूर्व सांसद और मशहूर फिल्म अभिनेता राज बब्बर के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘राज बब्बर दिल में उतरता फसाना’ का विमोचन किया गया। किताब में अलग-अलग लेखकों ने राजबब्बर से जुड़ी बातों का जिक्र अपनी यादों से किया है। पुस्तक विमोचन के मौके पर राजबब्बर भावुक नजर आए। उन्होंने इस प्यार के लिए शहर के लोगों का आभार जताया।

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Mohd. Zuber Khan
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ताज नगरी में राज बब्बर ने बढ़ाया सियासी पारा, पुस्तक विमोचन के सहारे दी दस्तक !

आगरा: ताजनगरी में सियासी अटकलबाज़ी का दौर शुरु हो गया है। सियासी कानाफूसी के दौर की वजह बने हैं पूर्व सांसद और जाने-माने अभिनेता राज बब्बर। दरअसल पूर्व सांसद और सिनेस्टार राज बब्बर की बायोग्राफी को ताजनगरी आगरा में रिलीज़ किया गया है, जिसके बाद से मीडिया हल्कों में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। राजनीति के जानकार भी इस राज बब्बर का आगरा की राजनीति में सेंधमारी करना है।

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उत्तर प्रदेश के आगरा में पूर्व सांसद और मशहूर फिल्म अभिनेता राज बब्बर के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘राज बब्बर दिल में उतरता फसाना’ का विमोचन किया गया। किताब में अलग-अलग लेखकों ने राजबब्बर से जुड़ी बातों का जिक्र अपनी यादों से किया है। पुस्तक विमोचन के मौके पर राजबब्बर भावुक नजर आए। उन्होंने इस प्यार के लिए शहर के लोगों का आभार जताया।

राज बब्बर ने बायोग्राफी के विमोचन के दौरान राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के सवाल पर भो बोले और कहा कि क़ानून से बड़ा कोई नहीं होता। यही नहीं, चुनाव लड़ने के सवाल पर बेलागलपेट बोलते हुए राज बब्बर ने कहा कि मुझे सिर्फ 2024 को देखना है, जो बेहतर होगा इस जमीन के लिए वो मैं करूंगा। 

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मीडिया से बातचीत के दौरान राजबब्बर ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने के सवाल पर सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये क़ानूनी मामला है। क़ानूनी तरीक़े से ही इसका जवाब दिया जा सकता है। क़ानून से बड़ा कोई नहीं है। मुझे भी दो साल की सज़ा हुई है। मैंने अपील कर दी है। राहुल गांधी भी अपील करेंगे। आगरा से दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर राज बब्बर ने साफ़ कहा कि मुझे सिर्फ 2024 को देखना है, जो बेहतर होगा इस ज़मीन के लिए वो मैं करूंगा। आगरा के लोगों ने मुझे पहचान दी है। मैंने आगरा के लिए बहुत कुछ किया है। 

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान राज बब्बर अपने पुराने अंदाज़ में ही लोगों से मिलते हुए नज़र आए। नाम लेकर लोगों को बुलाया गया। पुराने चहेते लोगों को सबके सामने गले भी लगाते हुए देखे गए। बातों-बातों में सही, लेकिन राज बब्बर ने अपने आगरा के रिश्ते का ज़िक्र करना नहीं भूले।  राज बब्बर ने कहा कि मैं आगरा में ही पढ़ा लिखा हूं। यहीं एक सरकारी आवास में रहता था, ज़िंदगी की पहली पारी आगरा में ही खेली है।

मौक़े पर मौजूद लोगों ने क़यास लगाते हुए कहा है कि राज बब्बर जिस अंदाज़ में लोगों से मिल रहे थे, बात कर रहे थे, उसे देखकर यह कहना ग़लत नहीं होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव की दावेदारी को लेकर राज बब्बर लोगों की नब्ज़ टटोलने आए थे। आपको बता दें कि पुस्तक विमोचन के बहाने ही सही, लेकिन राज बब्बर 2 दिन से ताजनगरी  आगरा में ही हैं और लगातार लोगों से मुख़ातिब हो रहे हैं। यही नहीं, सियासत और विरासत के साथ लोगों से फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट की पॉलिटिक्स पर भी राज बब्बर खुलकर बात करते हुए नज़र आए, जिसके बाद से ख़ासतौर पर आगरा की राजनीति में कानाफूसी का दौर शुरु हो गया है। 

-PTC NEWS
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