दिल्ली/लखनऊ: राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दूसरे चरण का आग़ाज़ हो चुका है। यूपी में दो दिन की यात्रा में राहुल गांधी तीन लोकसभा व छह विधानसभाओं को साधने की जद्दोजहद करते हुए दिखाई देंगे। ग़ाज़ियाबाद के रास्ते यह यात्रा पश्चिम के ही कुछ ज़िलों से गुज़रेगी।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अलावा प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं और छोटे दलों के प्रतिनिधियों को भी यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक़ कांग्रेस की कोशिश है कि यात्रा के ज़रिए अपनी ताक़त दिखाने के साथ ही विपक्षी एकता का अवसर भी बनाया जाए।
ग़ाज़ियाबाद के लोनी विधानसभा में राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विशाल सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी पूरे दो दिन यूपी की राजनीति के लिहाज़ से सबसे अहम बाग़पत व शामली में बिताते हुए नज़र आएंगे। जाटलैंड के नाम से पहचान रखने वाले दोनों ज़िलों में कांग्रेस की काफी लंबे समय से राजनीतिक पकड़ मज़बूत नहीं हो पा रही है।
ये भी पढ़ें:- 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होने के निमंत्रण पर अखिलेश ने दिया जवाब
बाग़पत लोकसभा से साल 1996 में आख़िरी बार चौधरी अजित सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत दिलाई थी। उसके बाद वह लगातार रालोद से चुनाव लड़ते रहे। वहीं शामली ज़िले की कैराना लोकसभा सीट पर कांग्रेस से आख़िरी बार 1984 में अख़्तर हसन सांसद रहे हैं। इस तरह बाग़पत में 27 साल तो कैराना में 39 साल से कांग्रेस को अपनी खोई ज़मीन नहीं मिल सकी है। अब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कांग्रेस को जाटलैंड के बड़े किसान संगठन भाकियू का साथ मिलने से कुछ उम्मीद जगी ज़रूर है।
गौरतलब है कि छह जनवरी को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हरियाणा में प्रवेश करेगी, जहां यह 10 जनवरी तक रहेगी। इसके बाद यह यात्रा 11 जनवरी को पंजाब में प्रवेश करेगी और एक दिन के लिए 19 जनवरी को हिमाचल प्रदेश से भी यह पद यात्रा गुज़रेगी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में ख़त्म होगी। जानकारी के मुताबिक़ राहुल गांधी श्रीनगर में तिरंगा फहराएंगे और यहीं पर यात्रा का समापन होगा।
-PTC NEWS