श्री गीता भक्ति अमृत महोत्सव में शामिल हुए सीएम योगी, बोले- महाराष्ट्र वाले बहुत ही सौभाग्यशाली हैं....
ब्यूरोः यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यानी रविवार को महाराष्ट्र के पुणे स्थित आलंदी में आयोजित श्री गीता भक्ति अमृत महोत्सव में शामिल हुए। इस समारोह में सीएम योगी ने स्वामी गोविंद देव गिरि को अंगवस्त्र और गणेश जी की प्रतिमा भेंटकर उनका सम्मान किया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के उपाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविन्ददेव गिरि जी महाराज के 75वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर आलंदी, पुणे में आयोजित 'गीताभक्ति अमृत महोत्सव' में सहभाग का सौभाग्य प्राप्त हुआ।पूज्य स्वामी गोविन्ददेव गिरि… pic.twitter.com/lUWodp0tId
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 11, 2024
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वामी गोविंद देव गिरी के जीवन पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी किया। वहीं, कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजयेन्द्र सरस्वती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अंगवस्त्र पहनाकर तथा प्रसाद प्रदानकर उनका विशेष रूप से सम्मान किया। इसको लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट भी किया है।
आज पुणे, महाराष्ट्र स्थित श्री ज्ञानेश्वर महाराज संजीवन समाधि मंदिर में पूजा-अर्चना कर सभी के कल्याण हेतु कामना की। pic.twitter.com/BtCI1f49t7
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 11, 2024
सीएम योगी ने पोस्ट में कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के उपाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविन्ददेव गिरि जी महाराज के 75वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर आलंदी, पुणे में आयोजित 'गीताभक्ति अमृत महोत्सव' में सहभाग का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पूज्य स्वामी गोविन्ददेव गिरि जी महाराज को हार्दिक बधाई एवं इस दिव्य आयोजन के लिए शुभकामनाएं!
आलंदी, पुणे में आयोजित 'गीताभक्ति अमृत महोत्सव' में... https://t.co/jSFiXRucGX
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 11, 2024
श्री गीता भक्ति अमृत महोत्सव में सीएम योगी ने कहा कि महाराष्ट्र वाले बहुत ही सौभाग्यशाली हैं। यहां की भक्ति से उपजी शक्ति दुश्मनों के दांत खट्टे करती रही है। समर्थगुरू रामदास जी ने छत्रपति शिवाजी को यहीं से मार्गदर्शन प्रदान किया था। उन्होंने कहा कि जब यूपी के मुख्यमंत्री बने तो आगरा में बन रहे मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी म्यूजियम रखा गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का डिफेंस कॉरिडोर भी वीर छत्रपति शिवाजी के नाम से ही है।