ब्यूरो: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक पिता के द्वारा बेटी को मारकर यमुना नदी में फेंकना का मामला सामने आया है। आरोपी पिता के साथ इस कारनामे में पीड़ित युवती का फूफा भी शामिल था। दोनों युवती को मरा समझ नदी में फेंककर भाग गए थे। इस दौरान युवती को गोताखोरों ने बचा लिया और पुलिस को कॉल कर सूचना दी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है।
फ़िलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, वहीं 9वीं क्लास की छात्रा को शेल्टर होम ले जाया गया है।
यूपी की किशोरी ने बाल कल्याण अधिकारियों को बताया कि उसके पिता ने उसे एक लड़के से बात करते हुए पकड़ लिया और फिर उसकी शादी कराने की कोशिश की। जब उसने इनकार कर दिया तो उसने उसे मारने की कोशिश की।
उसके पिता उसे बाइक पर बिठाकर गुरुग्राम जाने के बहाने पास के एक गांव में ले गए, जहां वह एक निजी कंपनी में काम करता था। जब वे यमुना पर बने पोंटून पुल पर पहुंचे, तो उनके चाचा भी शामिल हो गए, जिन्होंने मफलर से उसका गला घोंटने का प्रयास किया। फतेहाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त गिरीश कुमार के अनुसार, फिर उन्होंने उसे नदी में फेंक दिया और भाग गए। उसकी चीखें सुनकर स्थानीय लोगों ने मदद के लिए पुकारा और नदी किनारे मौजूद गोताखोर दौड़े और उसे किनारे खींच लिया।